
उन्होंने ओलंपिक खेलों की 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा का स्वर्ण जीतकर इतिहास रच दिया। ओलिंपिक में यह पहली बार है जब किसी भारतीय ने अपने दम पर स्वर्ण पदक जीता है। ओलंपिक में हॉकी को छोड़कर भारत कभी किसी खेल में स्वर्ण पदक नहीं जीत पाया था। लेकिन बिंद्रा ने नया इतिहास रचते हुए न केवल स्वर्ण जीता बल्कि भारत को ओलंपिक की पदक तालिका में भी स्थान दिला दिया।
25 वर्षीय बिंद्रा ने भारत को 28 वर्षों के अंतराल के बाद ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया। भारत ने सन् 1980 ई० के मॉस्को ओलंपिक में हॉकी का स्वर्ण जीता था। अभिनव ने 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा का स्वर्ण 700.5 के स्कोर के साथ जीता। उनके स्वर्ण जीतते ही वहां रेंज में मौजूद सभी भारतीय समर्थक खुशी से झूम उठे।
ओलिंपिक में अभिनव बिंद्रा के इस शानदार प्रदर्शन पर उन्हें हार्दिक बधाई !
8 comments:
हार्दिक बधाई ...!
बधाई, हार्दिक बधाई..... अभिनव बिंद्रा ने पेइचिंग ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीत कर हम सभी भारतीयों को गौरवान्वित किया है !
शाबाश अभिनव ! तुमनें हम सब को गौरवान्वित किया है, हमें फक्र है तुम पर.......
हार्दिक बधाई
अत्यधिक खुशी और फक्र की बात, बहुत बहुत बधाई...
तुम पर नाज़ है अभिनव
Aapke blog paraaya.versetile taste wale article aapne post kiye hain. accha laga.Abhinav ne wakai kamaal kiya hai aapke saath hum bhi unki pratibha ko salaam karte hain.
bahut vadia likha hai aapne
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